मुजफ्फरनगर। आचार संहिता के कारण रुके पड़े विकास कार्यों को अब रफ्तार मिलेगी। चुनाव खत्म हो चुका है, इसलिए अब विकास पर फोकस होगा। नगर में करीब साढ़े आठ करोड़ से विकास कार्य होने हैं, जबकि पानीपत-खटीमा स्टेट हाईवे के चौड़ीकरण की दिशा में भी तेजी से प्रगति होगी। इसके साथ ही जनपद की विकास योजना को भी अमली जामा पहनाया जाना है।
मार्च माह में लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू हो गई थी। इसके बाद विकास कार्यों पर ब्रेक लग गया। अब लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुका है। इसलिए आचार संहिता खत्म होते ही रुके हुए कामों के गति पकड़ने की उम्मीद है। नगर पालिका ने चुनाव से पहले 14वें वित्त की करीब साढ़े आठ करोड़ की धनराशि से विकास कार्य प्रस्तावित किए थे। इनमें सड़कों और नालों के निर्माण के साथ ही पार्कों के सौंदर्यीकरण एवं डिवाइडर आदि के निर्माण के काम थे। आचार संहिता हटते ही यह काम तेजी से शुरू होंगे। नगर पालिका की चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने बताया कि रुके हुए कार्यों को अब तेजी से पूरा कराया जाएगा।
उधर, जिले की विकास योजना को भी अंतिम रूप दिया जाना है। आचार संहिता लागू होने से पूर्व जिला पंचायत की बैठक में 295 करोड़ रुपये की जिला योजना का प्रस्ताव पारित कर दिया गया था, लेकिन इसे जिलों के प्रभारी मंत्री सतीश महाना की मौजूदगी में अंतिम रूप दिया जाना है। जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि प्रभारी मंत्री से बैठक के लिए समय लिया जाएगा। उनके द्वारा समय देने के बाद बैठक आयोजित कर जिला योजना का प्रस्ताव पास किया जाएगा।
पानीपत-खटीमा हाईवे का निर्माण पकड़ेगा जोर
चुनाव आचार संहिता से पूर्व पानीपत-खटीमा स्टेट हाईवे के चौड़ीकरण का शिलान्यास केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया था। इसके लिए जमीन के अधिग्रहण का काम चल रहा है। करीब 3500 करोड़ की लागत से होने वाले चौड़ीकरण का कार्य अभी रफ्तार नहीं पकड़ सका। अफसर और नेता सभी चुनाव में व्यस्त थे। अब चुनावी व्यस्तता समाप्त हो गई है। इसलिए हाईवे के चौड़ीकरण की प्रक्रिया अब जोर पकड़ेगी।